रिपोर्ट – अमित कुमार
वोटर लिस्ट पर साज़िश का आरोप — सैयद नासिर हुसैन का केंद्र सरकार पर बड़ा हमला, संविधान की मूल भावना पर हमला बताया
बड़ी खबर राजधानी पटना से आ रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. सैयद नासिर हुसैन ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पटना में आयोजित वक्फ बचाओ रैली में उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण की प्रक्रिया सिर्फ एक औपचारिकता नहीं बल्कि एक सोची-समझी साज़िश है।
डॉ. हुसैन का कहना था कि इस प्रक्रिया के जरिए गरीबों, दलितों और अल्पसंख्यकों को उनके वोट के हक से वंचित करने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा—
“सरकार सिर्फ वोट नहीं छीन रही, लोगों को उनके हक से भी दूर कर रही है।”
उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि महाराष्ट्र में आयोग की भूमिका पर सुप्रीम कोर्ट ने भी टिप्पणी की थी।
“अगर हम सच कह रहे हैं, तो उसे मानने में क्या दिक्कत है?”
संविधान से सेकुलरिज्म और सोशलिज्म शब्द हटाने की चर्चाओं पर डॉ. हुसैन ने तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा—
“यह देश को तोड़ने की मानसिकता है। 42वें संविधान संशोधन से जुड़े शब्दों पर सवाल उठाना संविधान की आत्मा पर हमला है। केपी सहाय जैसे नेताओं ने ये शब्द संसद में जोड़े थे। इस पर सवाल उठाना बिहार और उसके इतिहास का अपमान है।”
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के सोशलिज्म और सेकुलरिज्म पर दिए बयान पर भी डॉ. हुसैन ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा—
“अगर ये फालतू हैं तो क्या गरीबों को जमीन देना गलत था? क्या आरक्षण खत्म कर देंगे?”
रैली में JPC सदस्यों के साथ मंच साझा कर डॉ. हुसैन ने साफ कर दिया कि कांग्रेस अब खुलकर संविधान और अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ेगी।