कांग्रेस ने लोकतंत्र को जितना नुकसान पहुंचाया, कोई सोच भी नहीं सकता- डॉ. दिलीप जायसवाल!

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

:- रवि शंकर अमित!

भाजपा महिला मोर्चा द्वारा आयोजित “मॉक पार्लियामेंट” में भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा, कांग्रेस ने लोकतंत्र को जितना नुकसान पहुंचाया, कोई सोच भी नहीं सकता

आपातकाल के 50 साल बीत गए, लेकिन कांग्रेस का विचार आज भी नहीं बदला: डॉ. दिलीप जायसवाल

कांग्रेस के नेता आज भी लोकतांत्रिक जवाबदेही के बजाय परिवार की वफादारी को प्राथमिकता दे रहे: डॉ. दिलीप जायसवाल

कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र और मौलिक अधिकारों का हनन किया था: डॉ. दिलीप जायसवाल

पटना, 28 जून। बिहार भाजपा के अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने देश में लगे आपातकाल को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कहा कि सिर्फ एक परिवार की सत्ता बचाने के लिए कांग्रेस ने 1975 में आपातकाल थोप दिया था और देश को खुली जेल बना दिया गया। उस दौरान हजारों देशभक्तों को बिना मुकदमे जेल में डाल दिया गया।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल आज पटना ए. एन. कॉलेज के सत्येंद्र नारायण सिन्हा सभागार में भाजपा महिला मोर्चा द्वारा आयोजित “मॉक पार्लियामेंट” में सम्मिलित होकर आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर लोकतंत्र की हत्या के उस काले अध्याय पर अपने विचार साझा किए।

उन्होंने कहा कि आज हम सभी उसी आपातकाल को याद करने के लिए इकट्ठा हुए हैं। यह इतिहास हमें याद दिलाता है कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए जागरूकता और संघर्ष ज़रूरी है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार को बचाने के लिए आपातकाल की घोषणा की थी। आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने लोकतंत्र और मौलिक अधिकारों के हनन का काम किया। आज वही कांग्रेस लोकतंत्र को बचाने की बात करती है। कांग्रेस पार्टी में करनी और कथनी में बहुत बड़ा अंतर है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को गिराकर देश के संविधान को नुकसान पहुंचाने का काम किया है। इस पार्टी ने लोकतंत्र को जितना नुकसान पहुंचाया है, कोई सोच भी नहीं सकता है।

उन्होंने अपने संबोधन में कांग्रेस के ऐतिहासिक आचरण और भाजपा की राष्ट्र प्रथम विचारधारा के बीच बड़े अंतर को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र का गला घोंटा गया, नागरिक स्वतंत्रता को निलंबित कर दिया गया और असहमति को दबा दिया गया।

भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि जनता को उस बात की याद दिलाना जरूरी है जो भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपातकाल के भले 50 साल बीत गए हों लेकिन कांग्रेस का वैचारिक सार आज भी अपरिवर्तित है और वह लोकतांत्रिक जवाबदेही पर वंशवादी वफादारी को प्राथमिकता दे रही है।

इस अवसर पर सांसद एवं महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. धर्मशीला गुप्ता, कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. अरुण कुमार सिंह सहित अन्य विशिष्ट जन उपस्थित रहे।

Leave a Comment

और पढ़ें