रिपोर्ट- अमित कुमार!
“पटना में बकरीद से पहले पोस्टर वॉर शुरू हो गया है। इनकम टैक्स गोलंबर, डाकबंगला चौराहा, कारगिल चौक सहित कई प्रमुख इलाकों में ‘इको-फ्रेंडली बकरीद’ मनाने की अपील करते हुए पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में बकरीद पर कुर्बानी पर रोक लगाने की मांग की गई है, साथ ही गौमाता और नंदी के सम्मान की बात भी की गई है। पोस्टरों पर ‘हिंदू शिवभवानी सेना’ और लव कुमार सिंह का नाम छपा है, जिन्होंने इस मांग को लेकर बयान भी जारी किया है।”
पटना के प्रमुख चौराहों — इनकम टैक्स, डाकबंगला, राजद कार्यालय, जदयू कार्यालय के निकट, और कारगिल चौक — पर मंगलवार को कुछ विवादास्पद पोस्टर सामने आए। इन पोस्टरों में बकरीद के अवसर पर पारंपरिक कुर्बानी पर रोक लगाने की बात कही गई है।
पोस्टरों में लिखा गया है:
“बकरीद पर देश भर में कुर्बानी पर पाबंदी लगनी चाहिए।”
“बकरीद पर नंदी और गौ माता के बाद पर प्रतिबंध होनी चाहिए ।”
“इको फ्रेंडली बकरीद मनस।”
– लव कुमार सिंध, हिंदू शिवभवानी सेना
बयान: लव कुमार सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष – हिंदू शिवभवानी सेना
“जब दीपावली और होली जैसे हिंदू त्योहारों में पर्यावरण की दुहाई दी जाती है, तो बकरीद पर यह अपील क्यों नहीं की जाती? हम किसी की धार्मिक परंपराओं के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन गौमाता और नंदी हमारी आस्था के प्रतीक हैं। यदि उनकी कुर्बानी की जाती है, तो हिंदू समाज इसका विरोध करेगा।”
“हम बस यह कहना चाहते हैं कि जैसे दीपावली को ‘ग्रीन दीपावली’ और होली को ‘इको फ्रेंडली’ बनाने की बात होती है, वैसे ही बकरीद भी ‘इको फ्रेंडली’ होनी चाहिए।”
इस पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई है।
प्रशासन सतर्क है कि कहीं यह पोस्टर तनाव का कारण न बने।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने चौराहों से कुछ पोस्टर हटाए भी हैं और मामले की जांच की जा रही है।
प्रशासन की नजर:
सूत्रों के अनुसार, पटना जिला प्रशासन और पुलिस ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट ली है और ऐसे किसी भी प्रयास पर निगरानी रखी जा रही है जिससे साम्प्रदायिक सौहार्द को ठेस पहुंचने की आशंका हो।