कर्मयोगी भारत, गीता विज्ञान व महाराणा प्रताप, राष्ट्रीय सुरक्षा, विकास न्याय और शांति व्यवस्था स्थापना के लिए संगोष्ठी!

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रिपोर्ट अनमोल कुमार

जयपुर / राजस्थान ( अनमोल कुमार) ।भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में “मंथन और संवाद” विषयक एक दिवसीय विशेष विचार गोष्ठी का आयोजन राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य राष्ट्रीय, सामाजिक और मानवीय स्तर पर सुरक्षा, विकास, न्याय एवं शांति व्यवस्था की स्थापना हेतु ठोस विचार विमर्श और समाधान प्रस्तुति है।

कार्यक्रम का मुख्य फोकस “कर्मयोगी भारत” की परिकल्पना, भगवद्गीता के वैज्ञानिक कर्मयोग दर्शन और महाराणा प्रताप के राष्ट्रधर्म समर्पण पर आधारित है। आयोजन में विद्वानों, शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं एवं छात्रों के मध्य संवाद स्थापित कर समग्र मानव संसाधन विकास की दिशा में सार्थक मंथन किया जाएगा।

कार्यक्रम में यह विचार प्रस्तुत किया जाएगा कि किसी भी देश, युग अथवा समाज में सुरक्षा, विकास, न्याय और शांति की स्थापना बिना मानव संसाधन विकास संभव नहीं है। श्रेष्ठ शिक्षा ही मानव संसाधन विकास का मूल आधार है और भगवद्गीता का कर्मयोग विज्ञान इसी श्रेष्ठता का पथप्रदर्शक है।

भगवद्गीता में श्रीकृष्ण द्वारा दिया गया कर्मयोग दर्शन न केवल मानव अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि व्यक्ति के समग्र विकास का भी मार्ग प्रशस्त करता है। कर्मयोग, व्यक्ति के जीवन को धर्म, सेवा और आत्मशुद्धि की ओर उन्मुख करता है। यही शिक्षा महाराणा प्रताप को उनकी माताजी जैवंताबाई ने दी थी, जिसे उन्होंने राष्ट्र और धर्म रक्षण हेतु अपने जीवन में आत्मसात किया।

कार्यक्रम में यह विचार भी उभरकर सामने आएगा कि प्रकृति के त्रिगुण – सत, रज और तम – मानव के आचरण को प्रभावित करते हैं। गीता ज्ञान हमें बताता है कि विषयों की आसक्ति से काम, क्रोध और अंततः अधर्म की उत्पत्ति होती है, जिसका दुष्परिणाम केवल अपराधी नहीं, पूरा समाज और राष्ट्र भुगतता है।

इस गोष्ठी के माध्यम से कर्मयोग आधारित शिक्षा को राष्ट्रीय नीति और सामाजिक चेतना का आधार बनाने की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा। साथ ही, यह भी स्पष्ट किया जाएगा कि धर्म का वास्तविक स्वरूप सेवा, न्याय, समरसता और लोकमंगल है, जो समस्त मानवता के लिए कल्याणकारी है।
भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान
स्वामी कृष्णानंद झा
राष्ट्रीय महा सचिव
भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान दिल्ली ने धन्यवाद ज्ञापित किया। रिपोर्ट अनमोल कुमार

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