रिपोर्ट- अमित कुमार!
कांग्रेस बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारु, गुजरात के सांसद और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी ,विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान, विधान परिषद दल के नेता डॉ मदन मोहन झा, नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर अभय दुबे मौजूद
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शकील अहमद खान का बयान
बिहार में जाति गणना हुई थी तो सभी पार्टियों की सर्वदलीय बैठक हुई थी
उसमें निर्णय लिया गया था कि निचले पायदान लोगों को दो लाख का प्रावधान किया जाएगा
हम लोगों ने विधानसभा में भी इसका सवाल उठाया
लेकिन अभी तक लोगों को 2 लाख नहीं मिला
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कृष्ण अल्लावारु का बयान
विकास के पैमाने पर बिहार सबसे नीचे 27 वा स्थान पर
मोदी और नीतीश ने मिलकर बिहार को लोगो को सबसे नीचे ले जाने का काम किया है
हमारी सरकार कुछ दिनों के लिए थी तो निर्णय लिया गया था लोगो को दो दो लाख छोटे लघु उद्योग शुरू करने के लिए दिया जाएगा
जैसी ही नीतीश कुमार ने पलटी मारी यह सारी स्कीम भूल गए
नीतीश कुमार और मोदी की सरकार बिहार के लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम किया
सवाल यह है कि बिहार की जनता को 27 वा स्थान चाहिए या बेहतर बिहार चाहिए
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गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी का बयान।
बिहार सरकार ने जातिगत गणना तो करवाया लेकिन केवल पॉलीटिकल माइलेज लेने के लिए ।
बिहार सरकार कुछ करना चाहती थी तो वह 9वीं अनुसूची में जरूर शामिल करवा लेती।
बिहार सरकार जातिगत गणना को लेकर लोगों को मूर्ख बना रही ।
सरकार को जातिगत गणनाबको लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
भारतीय समाज जाति में नहीं बटी होती तो , जाती गाड़ना की बात नहीं आती
मोदी और उनके सहयोगी दल नहीं चाहते कि देश में जाति जनगणना हो
कांग्रेस पार्टी बिहार में सरकार बनती है तो जाती गाड़ना से मिलने वाल लाभ लोगो ने को दिया जाएगा
जैसे तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है वहां कांग्रेस ने करके दिखाया है
ये कांग्रेस का कमिटमेंट है
डबल इंजन की सरकार मिलकर भारत के दलित आदिवासी को मूर्ख बना रहे हैं
संसद करना है तो मुसहर जाति के समुदाय के साथ करनी चाहिए