:- रवि शंकर अमित!
महिला दिवस से एक दिन पूर्व बिहार विधान परिषद में जोरदार बहस और टकराव देखने को मिला। सदन की कार्यवाही के दौरान उस वक्त हंगामा मच गया जब शिक्षा मंत्री की जगह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सवालों के जवाब देने शुरू कर दिए। इस पर RJD की MLC उर्मिला ठाकुर ने कहा कि गड़हरा स्कूल को उत्क्रमित करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने अपना आपा खो दिया।
इसी बीच सदन में JDU नेता अशोक चौधरी और RJD नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी के बीच तीखी बहस हो गई। JDU की महिला नेता रीना यादव जब मुख्यमंत्री के कार्यों की प्रशंसा कर रही थीं, तो अब्दुलबारी सिद्दीकी ने उन पर तंज कसते हुए कहा – “और बोलिए!” इस पर अशोक चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि “सीनियर लीडर को महिला का उत्साह कम नहीं करना चाहिए।”
बात बढ़ने पर अब्दुलबारी सिद्दीकी ने कहा कि “मंत्री को ज्यादा चापलूसी नहीं करनी चाहिए।” इस पर अशोक चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि “हम ऐसे व्यक्ति की सराहना कर रहे हैं जो देश के सबसे बड़े समाजवादी हैं।”
बात इतनी बढ़ गई कि JDU MLC रीना यादव भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने रोते हुए कहा कि “मुझे चापलूस मत कहा जाए।” इस पर सभापति ने स्पष्ट किया कि सदन में किसी ने उन्हें चापलूस नहीं कहा है।
इसी बीच, हाल ही में अपनी सदस्यता बहाल कराकर वापस लौटे RJD MLC सुनील कुमार सिंह ने कहा कि “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का महिलाओं के प्रति इस तरह का रवैया कोई नई बात नहीं है।” उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने विधानसभा में भी महिलाओं के प्रति अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था।
सदन में हंगामे के बाद कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित रही।
और आखिर में अध्यक्ष द्वारा सोमवार तक के लिए सभा को स्थगित कर दिए गए