रिपोर्ट- सुमित कुमार!
प्रतिनिधियों का सिस्टम और सरकार ने नहीं सुनी बात तो ग्रामीणों ने श्रमदान कर बनाया अपना मार्ग, मुंगेर से यह अजीबोगरीब घटना
-मुंगेर- जिले में अजीबो गरीब मामला सामने आया है जब पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि के द्वारा ग्रामीणों की समस्या में अपनी दिलचस्पी नही दिखाया गया,तब पांच गांव की करीब डेड़ सौ से अधिक महिला – पुरुष एवं युवक – युवतियों ने एक साथ श्रमदान कर समस्या का समाधान करने की ओर अपना कदम बढ़ाया। मामला धरहरा प्रखंड के बंगलवा पंचायत के नक्सल प्रभावित सह आदिवासी बाहुल्य सराधी गांव का है। जहां बाबुलाल सोरेन, शिवलाल हेमब्रम,बुधन मुर्मू, बड़की देवी, रानी देवी, चांदनी देवी, अर्जुन हेमब्रम, मंत्रिया देवी, सोनाली कुमारी, अंजली कुमारी, लालवती देवी, लटौड़ी मांझी, पंचन मांझी,कृष्ण मांझी, लक्ष्मी देवी, प्रिया देवी, रोहित कोड़ा, लालवती देवी, पार्वती देवी, रामोतार कोड़ा, सलिता देवी विनोद कोड़ा सहित दर्जनों ग्रामीणो ने श्रमदान कर सराधी से करैली गांव को जोड़ने वाली रास्ता को सुगम बनाया। श्रमदान में सराधी, सराधी महादलित टोला, करैली, खोपावर, बनवर्षा, धोबियाकुड़ा सहित आसपास गांव के अन्य ग्रामीणों ने भी अपनी सहभागिता दिखाई।
पदाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि को समस्या से करा चुके हैं अवगत
श्रमदान कर रहे ग्रामीण रविकांत कोड़ा,मो० मोकीम,मो० मंसूर, मो० राजू, मो० ताहिर, शाहिना खातून, मो० इजराफिल, जगरनाथ तांति, अयोध्या तांती, बबलू तांती , सिंगेश्वर कोड़ा, गुड्डु कोड़ा, शांति देवी, धारो कोड़ा सहित अन्य लोगों ने बताया कि वर्षों से सराधी गांव से करैली गांव जाने वाली सड़क एवं पुलिया की मरम्मती को लेकर मांग किया जा रहा है। इस दौरान पूर्व ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री शैलेश कुमार, कांग्रेस विधायक डॉ अजय कुमार सिंह, खोपावर गांव एक कार्यक्रम में पहुंचे तत्कालीन जिलाधिकारी नवीन कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी से सराधी से करैली गांव जाने वाली सड़क एवं पुलिस की स्थिति से अवगत कराया जा चुका है किन्तु पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि में से किसी ने भी समस्या का समाधान करने को लेकर कोई पहल नहीं किया। जिसके बाद मंगलवार को दर्जनो ग्रामीणों ने श्रमदान कर सड़क एवं पुलिया के आसपास मिट्टी भराई कर रास्ता को दुरुस्त कर लिया। जिसमे आसपास के गांव के लोगों ने भी श्रमदान के माध्यम से सहयोग किया। वाकई यह घटना उन अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के मुंह पर तमाचा है जो काम करने से कतराते हैं अगर आमजन चाह ले तो राहें अपनी अपने मेहनत से आप आसान कर लेगी सरकार को भी ऐसे जागो के लिए आंख खोलकर तत्परता दिखानी चाहिए।
बाइट -रविकांत कोड़ा ग्रामीण
बाइट- भुटिया देवी ग्रामीण