शिक्षा विभाग का कारनामा-कार्य किसी और विभाग का और साइन बोर्ड लगा किसी और का!

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रिपोर्टर — राजीव कुमार झा!

मधुबनी जिले के कलुआही प्रखंड में शिक्षा विभाग के कारनामे का भी क्या कहना। योजना किसी विभाग का और साइन बोर्ड लगा दिया किसी और विभाग का। ये वाक्या कलुआही प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में योजना एवं विकास विभाग स्थानीय क्षेत्र संगठन मधुबनी द्वारा प्रखंड क्षेत्र के 11 स्कूलों में विशेष मरम्मती का कार्य किये जाने को लेकर आवंटित किया है। योजना एवं विकास विभाग स्थानीय क्षेत्र संगठन मधुबनी द्वारा हरीपुर उत्तर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय हरिपुर, मजरही मुसहरी, प्राथमिक विद्यालय कलुआही एवं मध्य विद्यालय मलमल, मध्य विद्यालय कलुआही, मलमल दक्षिण पंचायत के मध्य विद्यालय मलमल मुसहरी, पुरसौलिया पंचायत के प्राथमिक विद्यालय बरदेपुर मुसहरी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पुरसौलिया उत्तर, हरिपुर दक्षिण पंचायत के मध्य विद्यालय हरिपुर गौरी दास टोल, कालिकापुर पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय भारतपट्टी, मलमल उत्तर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय धेनीटोल, नरार पश्चिम पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय नरार धांगर टोल का विशेष मरम्मती कार्य निविदा निकालकर संवेदक द्वारा कराया गया। इन सभी जगहों पर विशेष मरम्मति का कार्य संपन्न भी हो गया, लेकिन कार्य संपन्न होने के बाद गुपचुप तरीके से उक्त सभी स्कूलों मे विशेष मरम्मती कार्य से संबंधित साइन बोर्ड जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र कलुआही रेणु कुमारी के अनुशंसा से विद्यालय का विशेष मरम्मति कार्य कराया गया बोर्ड लिखा हुआ देख कर लोगों में चर्चा आम है। लोगों की नजर उक्त साइन बोर्ड पर जब परा और जब योजना एवं विकास विभाग के जे.इ. को इस बात को लेकर सूचना दी गई तो आनन फानन मे सभी साइन बोर्ड को मिटा दिया गया। जो इन दिनों पूरे प्रखंड क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बात को लेकर सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि स्कूल में जाकर पेन्टर द्वारा उक्त बोर्ड को लिखा गया किसी भी स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बोर्ड लिखने से पेंटर को किसी प्रकार का रोक टोक नहीं किया और लिखने के बाद फिर मिटा भी दिया गया। इस कार्य को लेकर भी प्रधानाध्यापक के तरफ से कोई रोक-टोक नहीं हुआ, आखिर यह बोर्ड किसने लिखवाया कैसे लिखाया यह एक रहस्य बना हुआ है। इस संबंध में जब योजना एवं विकास विभाग के कार्यपालक अभियंता कुमार हर्ष से पूछा तो उन्होंने बताया कि यह मुझे नहीं पता है। आगे कुमार हर्ष ने बताया है की मैं इस बात को लेकर जांच करवाता हूं कैसे लिखा, कैसे लिखाया गया यह प्रधानाध्यापक एवं शिक्षा विभाग की जवाबदेही है। शिक्षा विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र दिए जाने के बाद विशेष मरम्मती का कार्य कराया गया है। यह शिक्षा विभाग की जवाबदेही है। स्कूल में अवैध रूप से साइन बोर्ड किसने लिखा। इस बात की जांच मैं अपने स्तर से करबा रहा हूं। वैसे विशेष मरम्मती कार्य कराए गए उक्त सभी स्कूलों में योजना एवं विकास विभाग का बोर्ड लगाया जाएगा।

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