:- रागिनी शर्मा!

सीआरपीएफ के डीआईजी सुनीत राय की अगुवाई में मोकामा घाट सीआरपीएफ कैंप में आज बच्चों में इम्यूनिटी बढ़ाने के उद्देश्य से स्वर्ण प्राशन कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 180 बच्चों के बीच स्वर्ण प्राशन की खुराक दी गई।
डीआईजी सुनीत राय के आने के बाद से सीआरपीएफ में नियमित रूप से डेढ़ घंटे का योगा क्लास और प्राकृतिक चिकित्सा जैसे कार्यक्रमों की शुरुआत की गई है जो अनवरत जारी है और इसका लाभ भी जवानों को मिल रहा है ।
डीआईजी सुनीत राय की पत्नी श्रीमती प्रतिभा राय जो काबा की संरक्षक है इसी संस्था के द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। दरअसल कावा सीआरपीएफ के परिवार कल्याण कार्यक्रम की देखरेख करने वाली एक संस्था है जिसकी संरक्षक श्रीमती प्रतिभा राय हैं।
सिवान आयुर्वेदिक कॉलेज से आए वैद्य और प्राकृतिक चिकित्सा के जाने-माने चिकित्सक डॉक्टर रामगोपाल की देखरेख में स्वर्ण प्राशन का यह कार्यक्रम चलाया गया स्वर्ण प्राशन एक संस्कार है जिसमें 1 से 16 वर्ष आयु वर्ग के बीच के बच्चों को यह खुराक दी जाती है, घी, ब्राह्मी, स्वर्णभस्म और शहद मिलाकर ये दवा तैयार की जाती है, जिससे इम्यूनिटी डिवेलप होता है इसके साथ ही बच्चों की मानसिक शक्ति का विकास होता है। जैसा की आशंका व्यक्त किया जा रहा है कोरोना के थर्डवेव में बच्चे सबसे अधिक प्रभावित होंगे, इसे देखते हुए भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
डॉक्टर का कहना है की स्वर्ण प्राशन की खुराक लेने से बच्चों में इम्यूनिटी में जबरदस्त वृद्धि होती है जिस कारण से कोरोना के प्रभाव से बच्चों को बचाया जा सकता है।
सीआरपीएफ के आउटरीच कार्यक्रमों के द्वारा कैंप के बाहर भी बच्चों को स्वर्ण प्राशन की खुराक दी जाने की योजना बनाई गई है।