मुख्यमंत्री ने सारण जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में की समीक्षा बैठक!

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:- रवि शंकर अमित!

समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणायें

पटना, 08 जनवरी 2025 प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में आज मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सारण जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समीक्षात्मक बैठक की। सारण समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी ने पुष्प गुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।

समीक्षात्मक बैठक में सारण जिला के जिलाधिकारी श्री अमन समीर ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सारण जिले के विकासात्मक योजनाओं की प्रगति एवं उपलब्धि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेली मेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज / परिमार्जन / परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।

समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी लोगों का स्वागत करता हूं। आज हमने यहां कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है और स्थानीय लोगों से मिलकर उनसे बातचीत भी की है। जिलाधिकारी ने सारण जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की प्रगति से हम सबको अवगत कराया है। यहां उपस्थित सभी जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखी हैं। मुझे पूरा भरोसा है और अधिकारियों से यही अपेक्षा है कि वे जल्द ही यहां की समस्याओं का समाधान करेंगे। आप सभी यहां जो भी कमियां और जरूरते हैं उससे सरकार को अवगत कराएं, उसे पूरा किया जाएगा, यह जनप्रतिनिधियों का दायित्व है। प्रारंभ से ही हमलोग पूरे बिहार में विकास काम निरंतर करा रहे हैं। कोई भी क्षेत्र विकास से अछूता नहीं है। यहां काफी अच्छा काम हो रहा है। बिहार के लोगों ने हमलोगों को 24 नवंबर 2005 से यहां काम करने का मौका दिया, तब से लगातार बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसके कारण प्रदेश में काफी बदलाव आया है। राज्य में अमन चैन, भाईचारा और सद्भाव का माहौल कायम हुआ है। वर्ष 2005 से पहले बिहार की हालत काफी खराब थी। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। सांसद के रूप में जब अपने क्षेत्र में हम घूमते थे तो देखते थे कि शाम के बाद लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे। 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी हम घूम रहे थे तो सड़कें सुनसान रहती थीं, गिने-चुने लोग ही दिखते थे। 2005 के बाद बिहार में काफी परिवर्तन हुआ, जिसका नतीजा है कि अब देर रात भी लोग अपनी आवश्यकता और इच्छानुरूप कहीं भी आवागमन कर रहे हैं। कहीं कोई डर, भय का वातवरण नहीं है। वर्ष 2005 से पहले बिहार के अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। शिक्षा की हालत भी ठीक नहीं थी। हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद की खबरें प्रतिदिन सुर्खियों में रहती थीं। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में निरंतर विकास के काम किए जा रहे हैं। हमलोगों ने किसी की उपेक्षा नहीं की है। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मुझे केंद्र में मंत्री बनाया था, उन्होंने ही हमें बिहार का मुख्यमंत्री भी बनाया। हम उन्हें कभी भूल नहीं सकते हैं। हमलोग एकजुट रहकर बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं। पहले बिहार में सड़कों की संख्या काफी कम थी और जो सड़कें थी उनकी स्थिति भी काफी जर्जर थी। अब हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। खेती के लिए भी कृषि फीडर के माध्यम से किसानों को सस्ती दर पर बिजली मुहैया कराई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी संभव है हमलोग हर क्षेत्र के विकास के लिए काम करा रहे हैं। हम लोगों की सेवा करते हैं और हमेशा राज्य के विकास के कार्यों में लगे रहते हैं। हमलोग किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। हम सब मिलकर बिहार की तरक्की के लिए काम करते रहेंगे। अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां जनप्रतिनिधियों ने जो भी समस्याएं रखी हैं, उनका जल्द से जल्द निराकरण करें। सारण जिले में हर प्रकार से विकास का काम कराया गया है। सारण जिले में भी इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पॉलिटेक्निक संस्थान, ए०एन०एम०, जी०एन०एम० संस्थान, सभी अनुमंडल में आई०टी०आई०, आवासीय विद्यालय, छात्रावासों आदि स्थापित करने के साथ ही सड़क एवं पुल-पुलियों के निर्माण का काम कराया गया है। यहां 42 पंचायत सरकार भवनों के निर्माण का काम पूर्ण हो गया है। जून 2025 तक शेष सभी पंचायत सरकार भवनों के निर्माण का कार्य पूर्ण करा दिया जायेगा। गंगा नदी पर आरा-छपरा फोरलेन पुल (वीर कुंवर सिंह सेतु) तथा रेल सह सड़क पुल (जे०पी० सेतु) का निर्माण कराया गया है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्म स्थली सिताब दियारा के विकास का काम कराया गया है। साथ ही वहां कटावनिरोधी कार्य भी कराये गये हैं। किसानों को कम दर पर खेती के लिये बिजली मुहैया कराने हेतु 57 डेडिकेटेड कृषि फीडर लगाये गये हैं। अब तक 14,984 किसानों ने कृषि कार्य हेतु बिजली का कनेक्शन लिया है। सारण जिले में स्वयं सहायता समूहों की संख्या 33,162 हो गई है, जिनसे 4 लाख 4 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं। दीदी की रसोई भी यहां संचालित किया जा रहा है। हमलोगों का उद्देश्य सबके हित में काम करना है। बिहार का खूब विकास हो यही हमारी चाहत है। बिहार के विकास में केंद्र का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। बिहार के लोगों की आमदनी बढ़े और बिहार निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर हो, इसके लिये हमलोग सदैव एकजुट रहकर काम करते रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू कराई। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है। शेष कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। लोग वोट जिनको देना हैं दें, हमलोग समान भाव से सबकी सेवा कर रहे हैं। यह देखा गया कि हिन्दू मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं। इसको देखते हुए 60 वर्ष से अधिक पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का काम शुरू कराया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हों। संपूर्ण बिहार में विकास का काम

हमलोग करा रहे हैं। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है, इसके लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006-07 से हमलोगों ने सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत कराई। उसके बाद वर्ष 2009 से लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू कराई गई। अब बच्चियां स्कूल से लौटने के बाद शाम में अपने माता-पिता को साइकिल से बाजार भी ले जाती हैं। लड़कों की मांग पर वर्ष 2010 से लड़कों के लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर सरकारी शिक्षकों एवं नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। अब नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने जाते थे। हमलोगों ने वर्ष 2008 से सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क जांच एवं दवा वितरण का काम शुरू कराया। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 1 माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। हमलोग जिलो में मेडिकल कॉलेज स्थापित करा रहे हैं। आज यहां हमने राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का लोकार्पण कर दिया है। अब सारण एवं आसपास के लोगों को इलाज में सहूलियत मिलेगी। उन्होंने कहा कि सात निश्चय योजना के माध्यम से वर्ष 2020 तक हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन, हर टोले तक पक्की सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी गई हैं। इसके बाद जो भी नई बसावटें बनी हैं वहां भी इसी साल विधानसभा चुनाव के पहले तक सात निश्चय योजना के तहत मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करा दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया जिसके बाद अब तक 4 चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम किया है। वर्ष 2013 में पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी काफी बढ़ी है। आज बिहार पुलिस में महिलाओं की जितनी संख्या है, उतनी देश के किसी राज्य के पुलिस बल में नहीं है। वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देना शुरू किया है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या काफी कम थी। हमलोगों ने वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और उसका नाम आजीविका दिया। कुछ लोग सिर्फ अनाप-शनाप बोलने में लगे रहते हैं। जब उन्हें मौका मिला तो कोई काम नहीं किया। हमलोग महिलाओं के उत्थान के लिये अनेक काम किये हैं और जीविका दीदियों को राज्य सरकार हर संभव मदद दे रही है। अब बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूहों का गठन शुरू कराया गया है, जिनमें अब तक 26 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं काफी अच्छा काम कर रही हैं। इससे परिवार की न सिर्फ आमदनी बढ़ी है बल्कि समाज में महिलाओं की इज्जत भी काफी बढ़ी है। हम जगह-जगह जाकर जीविका दीदियों के काम को देखते हैं. उनसे बात करते हैं और जो भी उनकी समस्याएं सामने आती हैं उन्हें दूर किया जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजना-2 के तहत हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने मदरसों को सरकारी मान्यता प्रदान की है। अब सरकारी शिक्षकों के समान मदरसा शिक्षकों को भी वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराने निर्णय लिया, जिसके बाद बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई। जाति आधारित गणना में 94 लाख गरीब परिवारों को चिहिन्त किया गया है, जो हर जाति-धर्म से जुड़े हैं। ऐसे परिवारों की गरीबी दूर करने लिये राज्य सरकार की ओर से प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।

प्रगति यात्रा के क्रम में सारण जिला से संबंधित मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें-

हमलोगों ने सारण जिले में विकास का काफी काम कराया है फिर भी जो कुछ छूट गया है या कमी रह गयी है उसे पूरा किया जायेगा।

आज विशुनपुरा में भ्रमण के दौरान आम लोगों के द्वारा एन०एच०-31 पथ पर सुगम आवागमन हेतु नये एलिवेटेड पथ के निर्माण की आवश्यकता बतायी गयी है। इस समस्या के निराकरण के लिए सदर प्रखंड में डोरीगंज बाजार से विशुनपुरा तक एलिवेटेड पथ का निर्माण किया जायेगा। इससे राजधानी पटना से छपरा आने वाले वाहनों का आवागमन सुगम होगा।

आज भ्रमण के दौरान विशुनपुरा बिसेन टोला में लोगों के द्वारा आवागमन की समस्या से अवगत कराया गया। इस समस्या के निराकरण के लिए एन.एच.-19 के छूटे हुए छपरा सेक्शन पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कराया जायेगा। इससे पटना, छपरा, सीवान एवं गोपालगंज आने-जाने में सुविधा होगी।

आज एकमा प्रखंड में भ्रमण के दौरान लोगों के द्वारा आवागमन की समस्या से अवगत कराया गया। इस समस्या के निराकरण के लिए एकमा से डुमाइगढ़ (कि०मी० 0.00 से 10.00) तक पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जायेगा। इस पथ पर छोटे-बड़े एवं भारी वाहनों का आवागमन होता है। इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी।

आज एकमा प्रखण्ड में भ्रमण के दौरान लोगों ने आवागमन की समस्या से अवगत कराया गया। इस समस्या के निराकरण के लिए एकमा मशरख पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण किया जायेगा। इसके निर्माण से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी।

खैरा बिन टोलिया पथ का चौड़ीकरण कराया जायेगा। इससे पटना, सीवान, गोपालगंज आदि जाने के लिए लोगों को काफी सुविधा होगी तथा छपरा शहर के लोगों को रेलवे स्टेशन तक आने-जाने हेतु वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा।

सारण तटबंध पर 40वें किलोमीटर से 80वें किलोमीटर तक पूर्व से स्वीकृत सिंगल लेन पथ को डबल लेन पथ किया जायेगा। इससे लोगों को आवागमन के लिए एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो सकेगा।

छपरा शहर में सुगम आवागमन हेतु क्रमशः भिखारी ठाकुर ढाला, जगदम कॉलेज ढाला, गड़खा ढाला तथा रामनगर ढाला पर चार नए आर०ओ०बी० रिल ओवर ब्रिज) का निर्माण कराया जायेगा। इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी एवं जाम से मुक्ति मिलेगी। सोनपुर में अवस्थित बाबा हरिहरनाथ मंदिर क्षेत्र का समग्र विकास किया जायेगा। इसके तहत एन०एच०-19 फोरलेन से सीधे नखास क्षेत्र तक पथ के चौड़ीकरण होने से श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी।

समीक्षा बैठक में विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सह सारण जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

इस अवसर पर जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य सह कृषि मंत्री श्री मंगल पांडेय, विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सह सारण जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह, सांसद श्री जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, विधायक श्री जनक सिंह, विधायक श्री केदारनाथ सिंह, विधायक श्री रामानुज प्रसाद, विधायक डॉ० श्री सी०एन० गुप्ता, विधायक श्री कृष्ण कुमार मंटू, विधान पार्षद श्री सच्चिदानंद राय, विधान पार्षद श्री विरेंद्र नारायण यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, विकास आयुक्त श्री प्रत्यय अमृत, अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय श्री कुंदन कृष्णन, अपर पुलिस महानिदेशक, सुरक्षा श्री अमृत राज, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव / सचिव, सारण प्रमंडल के आयुक्त श्री गोपाल मीणा, पुलिस उप महानिरीक्षक सारण प्रक्षेत्र श्री निलेश कुमार, जिलाधिकारी श्री अमन समीर, पुलिस अधीक्षक डॉ० कुमार आशीष सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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