रिपोर्ट- आशुतोष पांडेय!
आइसा महाराजा कॉलेज इकाई द्वारा आज संविधान दिवस के अवसर महाराजा कॉलेज कैंपस में संकल्प सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले विद्यार्थियों के बीच में सामूहिक रूप से संविधान का उद्देशिका का पाठ किया गया।इस सभा का संचालन आइसा भोजपुर जिला सह–सचिव रौशन कुशवाहा द्वारा किया गया। सभा को संबोधित करते हुए कहा की सभी छात्र – छात्राओं को भारतीय संविधान को पढ़ने और जन जन तक संविधान की मूल बातो को पहुंचाने की जरूरत है।आज संविधान दिवस के अवसर पर, हम अपने स्वतंत्र भारत की रक्षा और संवैधानिक लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम,भारत के लोग,भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। हमारा संविधान देश के प्रत्येक नागरिक को सामाजिक,आर्थिक और राजनीतिक न्याय के साथ-साथ विचार, अभिव्यक्ति,धर्म और उपासना की स्वतंत्रता का अधिकार प्रदान करता है। आज, हम संविधान में निहित इन मूल्यों की रक्षा और उसे मजबूत करने का संकल्प लेते हैं।
सभा को संबोधित करते हुए आइसा बिहार राज्य सचिव कॉ सबीर कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में जब धर्म और जाति के नाम पर सांप्रदायिक ताकतें अपनी जड़ें मजबूत कर रही हैं और कानून के शासन को “बुलडोजर राज” में बदलने का प्रयास किया जा रहा है, यह स्थिति गहरी चिंता का विषय है। सत्ता संरक्षित लोग संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं और इसे चंद लोगों के हितों के अनुसार बदलने की कोशिश कर रहे हैं। इस साजिश का उद्देश्य हमारी सांस्कृतिक विरासत, गंगा-जमुनी तहज़ीब को मिटाना है।
धार्मिक उन्माद के चलते निर्दोष नागरिकों पर गोलियां चलाई जा रही हैं। मणिपुर जैसे राज्यों में महिलाओं को नंगा करके अपमानित किया जा रहा है,और इन भयावह घटनाओं पर प्रधानमंत्री की चुप्पी बेहद खतरनाक है। दलितों,आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। चुनावों में नफरत फैलाने का काम किया जा रहा है। जब हमारा संविधान हर नागरिक को समानता और न्याय की गारंटी देता है।
सभा को संबोधित करते हुए आइसा भोजपुर जिला सचिव कॉ विकाश कुमार ने कहा कि देश में आर्थिक असमानता लगातार बढ़ रही है। गरीब और गरीब हो रहे हैं, जबकि अमीर और अमीर बनते जा रहे हैं। इसके साथ ही, सरकार द्वारा “क्रीमी लेयर” के नाम पर दलित समुदायों के बीच फूट डालने और उन्हें आपस में लड़ाने की कोशिश दुर्भाग्यपूर्ण है। मजदूरों का शोषण, किसानों का कर्ज के बोझ तले दबना, युवाओं का बेरोजगार होना, और शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं की दुर्दशा हमारे सामने स्पष्ट है। विद्यार्थियों के ऊपर नई शिक्षा नीति थोप पर देश की सरकार छात्र – छात्राओं को शिक्षा से दूर करने की साजिश कर रही है!
आज संविधान दिवस के अवसर पर, हम संकल्प लेते हैं कि हम अपने संविधान की रक्षा करेंगे और उसमें निहित न्याय, समानता और स्वतंत्रता के सिद्धांतों को सशक्त करेंगे। हम सभी भारतवासियों के लिए न्याय, समानता और समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
आइए, हम सब मिलकर एक धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और न्यायपूर्ण भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हों और अपने संविधान को उसकी पूरी ताकत और गौरव के साथ संरक्षित करें। यही सच्चा संविधान दिवस का संकल्प होगा।
इस संकल्प सभा में महाराजा कॉलेज सचिव राजेश कुमार, महाराजा कॉलेज इकाई सदस्य शिवप्रकाश, हिमांशु, अभिनाश, अनीश, राहुल,प्रियांशु, रोहित,मोनिका, स्नेहा, कंचन, गौरव राज, राजा यादव,सोनम कुमारी,विक्की कुमार,सुजीत, ,राहुल,विशाल,गोलू, सुजीत कुमार, अतुल शेख और अजित सहित सैकड़ों छात्र – छात्राएं उपस्थित थे।




