रवि शंकर शर्मा :-
ठोस व तरल अपशिष्ट के प्रबंधन का माननीय National Green Tribunal (NGT) द्वारा नियमित Monitoring की जाती है। माननीय NGT द्वारा शहरी क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट के प्रोसेसिंग एवं Sewage Treatment की वर्तमान क्षमता आवश्यकता के अनुरूप नहीं रहने के कारण Gap को शीघ्र पूरा करने हेतु आदेश दिया गया है। दिनांक 04.05.2023 की सुनवाई में माननीय NGT द्वारा ठोस एवं तरल अपशिष्ट के उपचार हेतु राज्य सरकार को ” Ring Fenced Account” खोलकर Rs. 4000 करोड़ रूपये जमा करने एवं उक्त राशि से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के Gap को शीघ्र पूरा करने का आदेश दिया गया है।
“Ring Fenced Account” की राशि केवल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों में ही मुख्य सचिव, बिहार के निर्देश के अनुसार उपयोग की जानी है। उक्त पारित आदेश में माननीय NGT द्वारा राज्य सरकार पर कोई अर्थदण्ड नहीं लगाया गया है, बल्कि अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों हेतु उक्त राशि का प्रावधान कर अलग खाते में रखकर उपयोग करने का आदेश दिया गया है, जिससे ठोस एवं तरल अपशिष्ट के उपचार कार्य संबंधी योजनाएं तीव्र गति से की जा सके। माननीय NGT द्वारा अन्य राज्यों को भी अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों को तीव्र गति से कराने हेतु इसी प्रकार “Ring Fenced Account” खोलकर उसमें चिन्हित राशि रखने एवं योजनाओं को पूर्ण करने का आदेश दिया गया है।
बिहार में तरल अपशिष्ट के उपचार हेतु वर्तमान में शहरी क्षेत्रों में कुल 841.6 MLD क्षमता के Sewage Treatment Plant (STP) की योजनाएं स्वीकृत हैं एवं 373.3 MLD क्षमता के Sewage Treatment Plant (STP) का DPR तैयार कर NMCG को स्वीकृति हेतु भेजी गयी है। स्वीकृत योजनाओं में 8STP (234.5MLD क्षमता) का कार्य पूर्ण कर लिया गया है एवं 477.5 MLD क्षमता की योजनाओं का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। पटना अन्तर्गत 5 Sewerage Networks का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है एवं अब इन नेटवर्क के commissioning का कार्य किया जा रहा है। नेटवर्क के Commissioning के उपरान्त STP पर उपचार हेतु पहुचने वाले Sewage की मात्रा बढ़ेगी। पटना नगर निगम अन्तर्गत दीघा एवं कंकड़बाग सिवरेज नेटवर्क एवं एस.टी.पी. योजना का कार्य भी तीव्र गति से किया जा रहा है। इस कार्य के पूर्ण हो जाने के पश्चात पटना नगर निगम पूर्ण रूप से Sewerage Network से आच्छादित हो जायेगा। Sewer Pipeline को House Hold से जोड़ने हेतु House Service Connection किये जाने की स्वीकृति राज्य योजना मद से दी गयी है, जिसके अनुरूप House Service Connection का कार्य किया जा रहा है।
पटना के अतिरिक्त बिहार के अन्य शहरों यथा- बेगूसराय, मुंगेर, हाजीपुर, छपरा, मुजफ्फरपुर और बिहारशरीफ में भी STP निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। दिसम्बर 2023 तक कुल अतिरिक्त 170.5 MLD क्षमता के STP का निर्माण पूर्ण हो जाएगा जिससे तरल अपशिष्ट के उपचार में बढ़ोत्तरी होगी।
पिछले वित्तीय वर्ष (2022-23) में सिवरेज नेटवर्क एवं STP के निर्माण कार्य में आने वाली बाधाओं के निराकरण हेतु रेलवे, NHAI, पथ निर्माण विभाग इत्यादि से सार्थक समन्वय स्थापित कर कार्य में तीव्रता लायी गयी, जिसके फलस्वरूप पिछले वित्तीय वर्ष में 3 सिवरेज नेटवर्क एवं 84.5 MLD क्षमता की 4 एस. टी. पी. योजना पूर्ण की गयी है।
राज्य सरकार द्वारा राज्य योजना मद से राजगीर में 10 MLD क्षमता के STP का निर्माण कराया गया है एवं बोधगया में 10 MLD क्षमता के STP का निर्माण कराया जा रहा है, जो अंतिम चरण में है। बिहार राज्य के अन्य महत्वपूर्ण शहर गया, बेतिया, आरा और कटिहार में भी तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु STP का DPR तैयार कर NMCG से स्वीकृति हेतु अनुरोध किया गया है। इसके अतिरिक्त राज्य में शेष 76 छोटे शहरों में राज्य योजना मद एवं अन्य योजना मद से Fecal Sludge Treatment Plant (FSTP) के माध्यम से Septage Management करने की योजना तैयार की जा रही है।
STP से निकलने वाले उपचारित जल को उपयोग में लाने हेतु राज्य सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है। इस संबंध में बाढ़ शहर के उपचारित जल को NTPC, बाढ़ में उपयोग लाने हेतु NTPC से एकरारनामा किया गया है एवं बेगूसराय STP से निकलने वाले उपचारित जल को IOCL, बरौनी में उपयोग लाने के संबंध में कार्रवाई की जा रही है। इसके अतिरिक्त अन्य STP से भी निकलने वाले उपचारित जल को कृषि एवं अन्य संभव कार्यों में उपयोग लाने की कार्य योजना बनाई जा रही है।