मोतीहारी(बिहार):-समाज से तिरस्कृत लड़कियां मुख्यधारा से जुड़ कर लिखने जा रही है नई इबारत !

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मोतिहारी से अरविंद कुमार की विशेष रिपोर्ट :

बालिका सुधार गृह में रह रही लड़कियां होटल मैनेजमेंट कर बनेंगी हुनरमंद !

बेंगलुरु पढ़ने जाएंगी बाल सुधार गृह की दो लड़कियां !

हुनरमंद इन दोनों लड़कियों की पूरी कहानी पढ़िए शंखनाद के साथ !

समाज से तिरस्कृत और अपनों से प्रताडित लड़कियां अब नई इबारत लिखने जा रही है। बाल विवाह जैसे घिनौने प्रथा की शिकार बनी पूर्वी चम्पारण की दो लड़कियां अपने पैरों पर खडा होने के लिए हुनरमंद बनने जा रही है। मोतिहारी के बालिका गृह में गुजर बसर कर रही दो लडकिया होटल मैनेजमेट की पढाई कर हुनरमंद बनेंगी और फिर समाज की मुख्यधारा से जुड़कर नयी जिंदगी की शुरुआत करेंगी। समाजिक कुरीतियों में फंस इन भोली भाली लडकियों को समाज से तिरस्कार और परिवार से प्रताडना का शिकार होना पडा। तिरस्कार और प्रताडना से परेशान ये लडकिया पिछले कई सालों से मोतिहारी के बालिका गृह की निवासी बनी है। अब इन लडकियों को हुनरमंद बनाने की सरकार ने योजना शुरु किया है। अपने जिला और प्रदेश से बाहर जाने से कतराती लडकियों में साहस का परिचय दो लडकियों ने दिया है। जिन्हें राज्य सरकार के समाज सुधार विभाग के बाल संरक्षण इकाई डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट की पढाई के लिए बेंगलुरु भेजेगी। इस पढाई के लिए राज्य की 16 लडकियों का चयन किया गया जिनमें मोतिहारी की दो लडकिया शामिल है। ये लड़कियां आगामी 29 दिसम्बर को पटना से बेंगलुरु अकादमी के लिए प्रस्थान करेगी। इस बाबत डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि होटल मैनेजमेंट में दाखिला एक बड़ी और ऐतिहासिक पहल है। लड़कियां होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर अपने जीवन को खूबसूरत तरीके से संवारेंगी।
वहीं लड़कियों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी में जुटे बाल संरक्षण अधिकारी राकेश कुमार बताते है कि राज्य से 16 लड़कियों का चयन किया गया है, जिसमें मोतिहारी बालिका गृह में रहने वाली दो लडकियों का चयन हुआ है। चयनित दोनो लडकियों को हवाई मार्ग प्रशिक्षण के लिए भेजा जायेगा,जिसकी तैयारी पूरी की जा रही है। वहीं बालिका गृह की अधीक्षक पूजा श्रीवास्तव बताती है कि समाज से तिरस्कृत इन लड़कियों को हुनरमंद बनाने की प्रक्रिया शुरु हुई है,जिसके लिए उनके परिवार के लोगों ने अपनी सहमति दे दी है।

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