:- रवि शंकर अमित/बबलू राय
बेगूसराय में पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में 17 अक्टूबर को होने वाले आरोप के मामले में सुनवाई टल गई है। इस मामले में मंजू वर्मा और उनके पति कोर्ट में मौजूद थे। यह सुनवाई 29 अक्टूबर को होगा। बिहार के चर्चित मामले में आज बहुत लोगो की नजर थी पर चंद्रशेखर वर्मा के वकील ने इसे तत्काल रोके जाने की अपील कोर्ट से की थी जिसके बाद कोर्ट ने इसे अगले तारीख तक टाल दिया। बताते चलें की मंजू वर्मा के पुत्र को जदयू ने चेरियाबरियारपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद आज आने वाले कोर्ट के फैसले पर सब की निगाह थी। आज के फैसले को लेकर जब मिडिया के द्वारा उनसे सवाल पुछने की कोशिश की गई तो चंद्रशेखर वर्मा ने मिडिया पर भड़क गए और बदतमीजी पर उतर आये। इस दौरान मंजू वर्मा कार मे ही बैठी रही। चंद्रशेखर वर्मा इस दौरान काफी प्रेशर में नजर आये। यह भी बताते चले की मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार मामले से जुड़े आर्म्स एक्ट मामले में चंद्रशेखर वर्मा एवं मंजू वर्मा पर मामला दर्ज किया गया था। जिसमें मंजू वर्मा फरार चल रही थी बाद में बेगूसराय के अदालत में उन्होंने आत्मसमर्पण किया था जिसके बाद उनको जेल भेजा गया था। इस मामले में बाद में वो जमानत पर निकली थी। इसके पहले मंजू वर्मा के लंबे समय तक फरार रहने पर मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार मामले की निगरानी कर रहे सर्वोच्च न्यायालय की कड़ी टिप्पणी के बाद बेगूसराय पुलिस ने मंजू वर्मा की संपत्ति कुर्क की थी।
मंजू वर्मा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी पुलिस ने पटना स्थित तीन आवासों तथा मोतिहारी और भागलपुर स्थित एक-एक आवास पर छापेमारी की थी। जिसके बाद मंजू वर्मा एक कार में बैठकर चुपचाप मंझौल कोर्ट पहुंच आत्मसमर्पण किया था। नामांकन के अंतिम दिन कोर्ट द्वारा अगली तारीख 29 अक्टूबर होने से तत्काल बड़ी राहत मिली है। इस मामले में सरकारी वकील राजकुमार प्रसाद ने बताया की मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा पर एमपी एमएल कोर्ट के श्री संजय कुमार के यहाँ यह मामला चल रहा था जिस पर शुक्रवार को जजमेंट होने वाला था पर डिफेन्स की तरफ से आवेदन दिया गया। जिसके बाद कोर्ट ने जजमेंट मामले में सुनवाई 29 अक्टूबर कर दिया। राजकुमार प्रसाद ने यह भी बताया की मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में सीबीआई के डीएसपी उमेश कुमार सिंह के द्वारा मंजू वर्मा के ससुराल चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र के अर्जुन टोल में छापेमारी की थी जहाँ सीबीआई ने उनके आवास से बिभिन्न प्रकार के पचास गोली बरामद किया था। इस मामले में पुलिस दो लोगो को मंजू वर्मा और चंद्रशेखर वर्मा को मुदालय बनाया था। अभियोजन की और से इस मामले में सात लोगो की गवाही हुई थी।इस मामले में उम्मीद की जा रही है की अभियोजन के पक्ष में फैसला आयेगा।इस मामले में चंद्रशेखर वर्मा ने कुछ भी कहने के बजाय मिडिया से ही भड़क पड़े।
बाइट – चंद्रशेखर वर्मा – आरोपी
बाइट – राजकुमार प्रसाद- सरकारी वकील