रिपोर्ट- धर्मेंद्र कुमार!
बिहार पूर्वी चम्पारण मोतिहारी मे पहली बार सशस्त्र बलों द्वारा (अपनी आर्मी को जानें) के तहत दो दिवसीय शौर्य वेदनम् उत्सव 07-08 मार्च को मोतिहारी के गांधी मैदान में आयोजित किया गया। जिसका उद्घाटन बिहार के राज्यपाल महामहिम आरिफ मोहम्मद खान, सांसद रक्षा मंत्रालय की स्थायी समिति के अध्यक्ष सांसद राधा मोहन सिंह एवं सेना के वरीय अधिकारियों के द्वारा किया गया।
उक्त अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल बिहार आरिफ मोहम्मद खान ने कहा
( महामहिम का उद्बोधन लगा दीजियेगा ) सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं चैयरमैन स्टैंडिंग कमिटी डिफेंस राधा मोहन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले दस वर्षों में भारत ने रक्षा क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे देश ने अपनी सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया है। हमारी सेना अब न केवल अत्याधुनिक हथियारों से लैस है, बल्कि हमारी रक्षा नीति और रणनीतियों में भी क्रांतिकारी बदलाव आए हैं।उन्होंने कहा कि सरकार ने आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन को प्राथमिकता दी है, जिससे भारतीय रक्षा उद्योग को अभूतपूर्व गति मिली है।
राधामोहन सिंह ने कहा कि रक्षा बजट में निरंतर वृद्धि की गई है, जिससे सेना के आधुनिकीकरण, नए रक्षा उपकरणों की खरीद और सैन्य ढांचे के सुदृढ़ीकरण को बढ़ावा मिला है। इस अवधि में राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद, अपाचे और चिनूक हेलीकॉप्टरों का समावेश, और एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती जैसी कई बड़ी उपलब्धियाँ हासिल हुई हैं। इसके अतिरिक्त, तेजस लड़ाकू विमान, अग्नि-5 मिसाइल, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और अरिहंत परमाणु पनडुब्बी जैसी स्वदेशी प्रणालियाँ देश की रक्षा क्षमताओं को नई ऊँचाइयों तक ले गई हैं। सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच समन्वय और रक्षा रणनीति को अधिक प्रभावी बनाने के लिए पहली बार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) की नियुक्ति की गई। इसके साथ ही, अग्निपथ योजना के माध्यम से युवाओं को सेना में सेवा का अवसर प्रदान किया गया है, जिससे सशस्त्र बलों में ऊर्जा और नवाचार का संचार हुआ है।सीमा सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए आधुनिकतम तकनीकों का उपयोग किया गया है। भारत-चीन और भारत-पाकिस्तान सीमाओं पर मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है, साथ ही लेह-लद्दाख में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अटल सुरंग और अन्य सुरंगों का निर्माण किया गया है।
नौसेना के क्षेत्र में भारत ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। पहला स्वदेशी
विमानवाहक पोत INS विक्रांत नौसेना में शामिल हुआ, जिससे समुद्री सुरक्षा और सामरिक शक्ति को नया आयाम मिला। रक्षा निर्यात में भी भारत ने बड़ी प्रगति की है और कई देशों को सैन्य उपकरणों की आपूर्ति कर रहा है। डिजिटल और साइबर रक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। भारत ने एंटी-सैटेलाइट मिसाइल परीक्षण (ASAT) सफलतापूर्वक पूरा किया, जिससे अंतरिक्ष में भी भारत की रणनीतिक शक्ति बढ़ी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन और साइबर सुरक्षा में
आत्मनिर्भरता की दिशा में भी भारत ने बड़े कदम उठाए हैं।
यहां हम जिस भूमि पर खड़े हैं, वह बिहार की वीरता और बलिदान की गवाह है। पूर्वी चम्पारण का मोतिहारी क्षेत्र, न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अहम हिस्सा रहा है, बल्कि यह भूमि भारतीय सैनिकों के त्याग और बलिदान की भी प्रतीक है। महात्मा गांधी के द्वारा चंपारण सत्याग्रह की शुरुआत यहीं से हुई थी, जिसने हमारे देश को एक नई दिशा दी।
इसके अलावा, बिहार के सपूतों ने हमेशा देश की रक्षा में योगदान दिया है। चाहे वह स्वतंत्रता संग्राम के समय अंग्रेजों से संघर्ष हो, या फिर आज की आधुनिक दुनिया में हमारे सैनिक सीमाओं पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा कर रहे हों, बिहार ने हर समय अपने वीर सैनिकों को सेना में भेजा है। यहाँ के युवा आज भी भारतीय सेना में योगदान देने के लिए प्रेरित हो रहे हैं, और मुझे गर्व है कि हमारे क्षेत्र ने हर समय भारत की सेना को सैनिक दिए हैं जो सीमा पर हमारी रक्षा कर रहे हैं।
आखिरकार, हमें यह समझना होगा कि हमारे देश की रक्षा क्षमता केवल हमारे हथियारों और तकनीकी विकास में ही नहीं, बल्कि हमारे सैनिकों के अद्वितीय समर्पण और वीरता में भी निहित है। मैं यह कहना चाहूँगा कि सेना का जीवन एक ऐसा जीवन है जो
अनुशासन,साहस और बलिदान की माँग करता हैं ।लेकिन आपको बेजोड़ सम्मान,सौहार्द और उद्देश्य की भावना से भी पुरस्कृत करता है।
आज के इस कार्यक्रम में, हम भारतीय सेना के वीर जवानों को सलाम करते है,उनकी ताकत को सलाम करते है,उनकी तकनिकी प्रगति को भी सलाम करते हैं। मुझे उम्मीद है कि आपलोग शौर्य वेदनम उत्सव के माध्यम से आयोजित प्रदर्शिनी का भरपूर आनन्द उठायेंगे। मैं सेना को धन्यवाद करना चाहता हूँ कि अपने सैन्य कार्यक्रमों से समय निकालकर इस भव्य प्रदर्शिनी का आयोजन किया है। साथ ही साथ सेना के मध्य कमान को उनके समर्पण और इस प्रदर्शनी को मोतीहारी की धरती पर लाने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। आइए हम सब मिलकर “सशक्त सेना, समृद्ध भारत” के पथ पर बढे और सेना के साथ मिलकर एक समृद्ध, शक्तिशाली,स्वाभिमानी एवं विकसित भारत का निर्माण करें। विधायक एवं अन्य सभी जनप्रतिनिधि गण डॉ० नितेश चन्द्रा, एक्स सर्विस मेन वेल्फेयर सोसाइटी, विनय कुमार डी० जी० पी०, बिहार, जिला पदाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक थे। गौरतलब है कि सांसद राधामोहन सिंह की पहल पर सेना के सामर्थ्य एवं पराक्रम का प्रदर्शन के इस उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में सैन्य बल के सशक्तिकरण, सशस्त्र बल में रोजगार के अवसर, नवीनतम उपकरण और आधुनिक हथियार प्रदर्शन, डॉग शो, मोटर साइकिल प्रदर्शन, पैरामोटर, माइको लाइट फ्लाइंग, पैरा जम्प आदि मुख्य आकर्षण रहे।प्रथम दिन इसका प्रारंभिक सत्र बहुत ही महत्वपूर्ण होगा जिसमें एयरक्राफ्ट का प्रदर्शन किया गया। सेना के तीनों विंग स्थल, जल और वायु सेना के जवान कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में भारतीय सेना द्वारा उपयोग की जा रही आधुनिकतम हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई।
कार्यक्रम में बोफोर्स तोप,टी-90 टैंक, बोफोर्स गन, एक-47 सहित विभिन्न प्रकार के घातक अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान डॉग शो, रोबोटिक मल्स, मार्शल आर्ट , मोटरसाइकिल डिस्प्ले, ऑपरेशनल डेमो सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति हुई।सांस्कृतिक कार्यक्रम में भांगड़ा, खुकरी और छऊ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति हुई।
भाषण :—— राज्यपाल बिहार आरिफ मोहम्मद खान,
भाषण :—— सांसद राधामोहन सिंह।