धीरज शर्मा के साथ निभाष मोदी

बाढ़ के कारण इंसान ही नही पक्षियां भी अपना बसेरा बदल रही हैं। पंछियों का बसेरा गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण नदी के पानी में डूब गया है। ऊंचे स्थानों पर इंसानों वह मवेशियों ने अपना कब्जा जमा लिया है। कुछ पक्षियां जो पानी पर ही निर्भर रहती है आजकल नदी से काफी दूर मानवीय बस्ती के बीच अपना डेरा जमा रखा है। और बड़ी कॉलनी के बीच प्रजनन कर रही है। भागलपुर शहर के अतिव्यस्त मुहल्ला मुंदीचक के कई पेड़ों पर सैकड़ो पक्षियों के घोसले आसानी से देखे जा सकते हैं। इनके घोसलों में 4-4 अंडों के साथ ही कई घोसलों में चूजे भी मौजूद है। इन पक्षियों में चंद्रवाक/ ताल बगुला व पनकौवा मुख्य है। ये दोनों पक्षियां ही समूह में प्रजनन करती है। ये सामाजिक पक्षी है।
इनके घोसले वर्तमान में पीपल, आम, नीम, बेल आदि पेड़ों पर मौजूद है।