निभाष मोदी ,भागलपुर

न्याय का मंदिर कहे जाने वाले न्यायालय परिसर में जब कानून का पाठ पढ़ाने वाले अधिवक्ता ही एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाएं, तो फिर लोग न्याय के लिए किसका दरवाजा खटखटायेंगे, जी हां भागलपुर व्यवहार न्यायालय उस समय अखाड़े में तब्दील हो गया जब पंखे के मामूली विवाद में वकीलों के दो पक्ष आपस में भिड़ पड़े , और देखते ही देखते पूरा परिसर अखाड़े में तब्दील हो गया और एक दूसरे पर लाठी-डंडों से प्रहार करने लगे , घायल अधिवक्ता अरुण कुमार ने बताया कि मैं विधिक संघ में अपनी कुर्सी पर बैठा था, और अचानक पंखे को लेकर विवाद हो गया ,और अधिवक्ता महेश यादव से लड़ाई हुई, लड़ाई कर वह चला गया , कुछ देर बाद वह अपने सहयोगी अधिवक्ता राजीव झा, कपिल यादव ,अजीत सोनू के साथ आया और मेरे सर पर जान मारने की नियत से प्रहार कर दिया, जिससे मेरा सर फट गया और मैं बुरी तरह घायल हो गया ,घटना की जानकारी मिलते ही जोगसर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायल अरुण कुमार को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गई, वहीं अधिवक्ताओं के दो गुटों में हुए मारपीट के बाद चर्चा का बाजार गर्म है।