पंकज कुमार जहानाबाद ।
साक्षी शहादत साक्षी विरासत के हकदार अमर शहीद अशफ़ाक उल्ला खा व रामप्रसाद बिस्मिल ठाकुर रौशन सिंह की शहादत दिवस पर जिला भाकपा माले कार्यालय में मनाई गई। ज्ञात हो कि वरतनवी हुकूमत के खिलाफ अपने देश की आजादी की लड़ाई मेंउक्त तीनों को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था 9 अगस्त 1925 को लखनऊ के पास एक गांव ककोरी के पास भारतीय ट्रेन पर रखी गई भारतीय खजाना को क्रांति के हित में लगाने के उद्देश्य से हासिल कर लेने के लिए उक्त तीनों क्रांतिकारियों के अलावा अमर शहीद राजेंद्र लाहड़ी सहित 10 क्रांतियां के धावा बोलकर खजाना को हस्तगत किया था राजेंद्र लाहड़ी को दो दिन पूर्व फांसी पर चढ़ा दिया गया ठीक 2 दिन बाद उक्त तीनों नेताओं को अंग्रेजों ने 19 दिसंबर 1927 को फांसी दे, दी गई आज उनके 97 बरसी पर जिला भाकपा माले कार्यालय जहानाबाद में श्रद्धांजलि दी गई जिसमें जिला सचिव कामरेड रामाधार सिंह कामरेड बसी अहमद अविनाश पासवान मुकेश पासवान संजू देवी चंदा देवी रूबी देवी अंजली देवी शिव कुमारी फूल कुमारी सियामणि देवी पार्वती देवी आशा देवी उषा देवी पूनम देवी कमलेश दास गरीबन दास सर्जन दास इंदर दास राम जी मांझी शिवनाथ कुमार कलामुद्दीन मनोज कुमार कौशल पासवान ने भाग लिया ।