आलोक कुमार झा विदेशी मामलों के संवाददाता, अमेरिका से!

18.39 मिनट तक की यात्रा तय करने के बाद क्रायोजेनिक इंजन में कुछ तकनीकी खराबी आ गई, जिसकी वजह से वैज्ञानिकों को आंकड़े मिलने बंद हो गए।!
🌠 🚀 भारतीय स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ( ISRO ) ने श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से EOS -3 को लॉन्च किया । इसे सुबह 5.43 मिनट पर लॉन्च किया गया। 18.39 मिनट तक की यात्रा तय करने के बाद क्रायोजेनिक इंजन में कुछ तकनीकी खराबी आ गई, जिसकी वजह से वैज्ञानिकों को आंकड़े मिलने बंद हो गए। आंकड़े मिलने बंद होने के बाद ISRO के वैज्ञानिकों के माथे पर चिंता साफ दिखने लगी। जिसके बाद इसरो के चीफ डॉक्टर के सिवन ने जानकारी दी कि ईओएस-03 मिशन आंशिक रूप से विफल हो गया है और इसका लाइव प्रसारण बंद कर दिया गया।
GSLV – F 10 को लॉन्च किए जाने के बाद सैटेलाइट को अंतरिक्ष में स्थापित किया जाना था। लेकिन दो चरणों के बाद इसमे कुछ दिक्कत आ गई और मिशन पूरा नहीं हो सका। इस मिशन के सफल होने से भारत को अंतरिक्ष में बड़ी सफलता मिल सकती थी। यह सैटेलाइट अर्थ ऑब्जर्वेशन का काम करती, इसकी मदद से देश अंतरिक्ष से भारतीय सीमाओं पर नजर रखने, मौसम की सटीक जानकारी हासिल करने और प्राकृतिक आपदा से पहले की जानकारी हासिल करने में मदद मिलेती। इस सैटेलाइट के जरिए लाइव इमेज मिलती, जिससे जलीय स्रोत, फसलों व जंगलों में हो रहे बदलाव की लाइव इमेज के जरिए जानकारी मिलती। इस सैटेलाइट का मिशन पीरियड 10 साल का होता।