शाहोविगहा में अस्पताल और पंचायत सरकार भवन निर्माण का विरोध करने वाले दलितों, पिछड़ों का विरोधी- माले!

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पंकज कुमार जहानाबाद।

शाहोविगहा में अस्पताल और पंचायत सरकार भवन निर्माण का विरोध करने वाले दलितों, पिछड़ों का विरोधी- माले भाकपा माले के आह्वान पर भगत सिंह- अंबेडकर के सपनों का भारत बनाओ अभियान के तहत पंचायत के समग्र विकास के सवाल पर साहोविगहा बाजार में एक विशाल सभा का आयोजन किया गया। ज्ञात हो कि पंचायत मुख्यालय में ही पंचायत सरकार भवन और अस्पताल बनाने का प्रावधान है। जमीन उपलब्ध रहने तथा तमाम प्रक्रिया पूरा करने के बाद भी क्षेत्र के दबंगों, माफियाओं ने तिकड़म कर पग - पग पर बाधा पैदा कर दलित, पिछड़ा बाहुल्य इलाके में कोई भी सरकारी संस्थान बनाने देना नहीं चाहता है। इन दबंगों के दलित, पिछड़ा और गरीब विरोधी हरकत से आम - आवाम में भारी रोष व्याप्त है। पूर्व मुखिया बालू माफिया संजीत कुमार उर्फ डॉक्टर और विजय यादव विगत चुनाव हारने से बौखलाए हुए हैं। भ्रष्टाचार और अनियमितता की खुलती पोल से बेचैन होकर आम जनता के विकास में बाधा पैदा करने में लगे हैं। साहोविगहा बाजार में आयोजित महती सभा में बड़ी संख्या में मजदूर, किसान, दुकानदार, बुद्धिजीवी, महिलायें, छात्र, युवा शामिल हुए। जिला प्रशासन और सरकार से शीघ्र अस्पताल और पंचायत भवन निर्माण कार्य अभिलंब शुरू कराने की मांग किया ताकि क्षेत्र का विकास तेजी से हो सके। सभा की अध्यक्षता तथा संचालन पूर्व सरपंच एवं जिला कमेटी सदस्य कामरेड बुद्धदेव यादव ने किया। सभा को किसान महासभा के राज्य सचिव कामरेड रामाधार सिंह जिला सचिव कामरेड श्रीनिवास शर्मा, राज्य कमेटी सदस्य कामरेड अरुण बिंद,खेग्रामस जिला सचिव कामरेड प्रदीप कुमार मदन यादव, युवा नेता वरुण पासवान, किसान महासभा के जिला सचिव सचिव कामरेड सौखिन यादव ,इंन्द्रेश पासवान, प्रखंड कमिटी सदस्य सह साहो विगहा पंचायत के मुखिया कामरेड अशोक साव कामरेड प्रेमचंद मांक्षी,कमलेश कुमार,बुंदेल दास साहोविगहा के सरपंच सुमित्रा देवी, कुर्रे मुखिया कामरेड आशा देवी,उप सरपंच इंन्दुदेवी, कामरेड बाढ़न पासवान, कामरेड अमरेन्द्र पासवान आदि ने संबोधित किया। सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार 70 साल के मेहनत और उपलब्धियों को अपने मित्रों के हवाले औने- पौने दामों में नीलाम कर रही है। राजनीतिक विरोधियों को षड्यंत्र के तहत जेल भेजने, बदनाम करने का नंगा खेल ही फासीवाद का खुला प्रदर्शन है। मोदी का गुजरात मॉडल अदानी - अंबानी को दुनिया का सबसे बड़ा अमीर और दंगा फसाद का मॉडल है। मजदूर, किसान, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक, महिला को कंगाल और गुलाम बनाने, छात्र युवाओं को बेरोजगार बनाने का मॉडल है। मोदी के गुजरात मॉडल के खिलाफ महागठबंधन के बिहार मॉडल से देश की सूरत बदलेगी। बिहार मॉडल भाईचारा ,रोजगार और संघर्ष का प्रतीक है।

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