रिपोर्ट- आशीष कुमार!
बिहारशरीफ : प्राचीन ज्ञान की धरती के रूप में विख्यात नालंदा इन दिनों एक नए संकट से जूझ रहा है। कुछ युवाओं द्वारा ऐतिहासिक स्थलों पर दिखावे का वीडियो बनाने और उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित कर गंदगी फैलाने की घटनाएं सामने आई हैं, जो न केवल शहर की छवि को धूमिल कर रही हैं, बल्कि पूरे राज्य की प्रतिष्ठा को भी प्रभावित कर रही हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, नालंदा के खंडहर, हिरणय पर्वत, बिहारशरीफ और राजगीर जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर कुछ युवक-युवतियां अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए वीडियो बना रहे हैं। ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहे हैं, ऐसे में जब पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर पड़ताल किया तो एक दो नहीं सैकड़ों ऐसे वीडियो मिले है जो समाज के लिए बिलकुल गलत है। वहीं इन युवाओं की ऐसी हड़कतो से स्थानीय समुदाय में चिंता और आक्रोश की लहर है। एक स्थानीय निवासी, जो अपना नाम गुप्त रखना चाहते हैं, उन्होंने बताया की ये युवा न केवल अपने परिवार का नाम खराब कर रहे हैं, बल्कि पूरे जिले और राज्य की साख को भी धक्का पहुंचा रहे हैं। उन्हें नहीं पता कि वे अपनी इस हरकत से कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इस मुद्दे को लेकर शहर के एक प्रतिष्ठित नागरिक ने जिला वन प्रमंडल को एक लिखित शिकायत भी दी है। उन्होंने विशेष रूप से सुभाष पार्क और हिरणय पर्वत का उल्लेख किया, जहां कथित तौर पर कुछ प्रेमी जोड़े अश्लील गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से न केवल स्थानीय लोगों को शर्मिंदगी महसूस होती है, बल्कि यह बच्चों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रही है।
चिंताजनक बात यह है कि जब इस शिकायत की जानकारी कुछ आरोपी युवाओं तक पहुंची, तो उनमें से एक ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता को धमकी दी। यह घटना इस समस्या की गंभीरता को और बढ़ा देती है स्थानीय नागरिकों का मानना है कि अगर जिला प्रशासन ने समय रहते इस मुद्दे पर कार्रवाई नहीं की, तो यह न केवल नालंदा, बल्कि पूरे बिहार की छवि को प्रभावित कर सकता है। कई लोगों का यह भी कहना है कि इस तरह की गतिविधियां मुख्यमंत्री के विकास संबंधी सपनों पर पानी फेर सकती हैं।
वहीं लोगो ने वन विभाग और जिला प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि तत्काल कार्रवाई करे और ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाए। यह देखना बाकी है कि क्या प्रशासन इस चुनौती का सामना करने और नालंदा की सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने में सफल होगा।
सोशल मीडिया पर लोगों ने जताया आक्रोश
“इस तरह की गंदगी हमारे शहर में नही चाहिए, हम सब को इस तरह की अश्लीलता रोकने के लिए आगे आना चाहिए।” रुद्र विशाल भदानी
“इंफ्लुएंसर्स का मतलब ही इनलोगों को पता नहीं है,
बस सोशल मीडिया पर फ्लावर्स बढ़ाना रह गया। उस वीडियो से समाज को क्या फर्क पड़ रहा कोई मतलब नहीं है।” राजू कुमार कुशवाहा
“ऐसे लोगों पर त्वरित कार्रवाई नालंदा पुलिस को करनी चाहिए। क्योंकि कहीं ना कहीं हमारे समाज के लोगों को एक दूसरी दिशा में डबल मीनिंग वीडियो के माध्यम से गलत मानसिकता प्रदर्शित करने का प्रयास किया जा रहा है।” अमर राजपूत
“अश्लील और वाहियात रील्स तो बंद होना ही चाहिए , आज कल सबसे ज्यादा बच्चे रील्स देखते हैं ,बनाना ही है तो कुछ ढंग का बनाये।” राकेश रौशन
“सारे लड़कियां बिहारशरीफ की है जो अश्लील रील बना रही है यहां तक पूरा गाली का इस्तमाल कर रही है जो लड़कियां दिखने में सीधी है वही लड़कियां ऐसा रील बना रही है। इसका मैं विरोध करता हूं। सख्त कारवाई की जाएं ऐसे कॉन्टेंट पर।” रिस्की राका
इस मामले को लेकर नालंदा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर के पास भी लिखित आवेदन दिया गया है जिस पर जिलाधिकारी ने लिखित शिकायत को स्वीकार करते हुए शिकायतकर्ता को आश्वाशन दिया है की जांच कराया जायेगा।
“मामला संज्ञान में आया है जल्द ही इसकी जांच कराई जायेगी। समाज के लिए अगर कुछ गलत हो रहा होगा तो उसे अतिशीघ्र रोका जायेगा।” भारत सोनी, एसपी नालंदा