गृहणी महिला को भी मिल रहा पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण!

SHARE:

अनिल शर्मा की रिपोर्ट

नवादा : जिले के नरहट प्रखंड अन्तर्गत पुंथर पंचायत के एक छोटा सा गांव करमा , जहां विद्यार्थियों एवं बेरोजगारों को पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है । बता दें कि इंजीनियर उमेश विश्वकर्मा के द्वारा एक पायलट की तैयारी एवं बेरोजगारों को रोजगार ट्रस्ट के माध्यम से दिया जाएगा । उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य होनहार विद्यार्थियों को पायलट प्रशिक्षण दिया जाना और रोजगार के लिए बेरोजगारों को भी इस शिवनारायण चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिए प्रशिक्षण देकर रोजगार मुहैया कराया जाएगा। नागेंद्र दास जी ने बताया कि अभी प्रशिक्षु के लिए 2 सीटर पैराग्लाइडिंग है कुछ दिन बाद 3 सीटर वाला पैराग्लाइडिंग 12 और इस केंद्र में आएगा। जिससे प्रशिक्षुओं के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा

पैराग्लाइडिंग के विशेषता : पैराग्लाइडिंग का पायलट कुलदीप तार ने बताया कि क्षेत्र में विद्यार्थियों को पायलट की आगे पढ़ाई के लिए विशेष तौर पर गाइडलाइन दिया जाएगा और साथ ही साथ टूरिज्म कि बढ़ावा इस ग्रामीण क्षेत्र में मिलेगा।

पैराग्लाइडिंग फ्लाइंग पैराग्लाइडर का मनोरंजक और प्रतिस्पर्धी साहसिक खेल है : हल्के, फ्री-फ्लाइंग, फुट-लॉन्च ग्लाइडर एयरक्राफ्ट जिसमें कोई कठोर प्राथमिक संरचना नहीं है। पायलट एक हार्नेस में बैठता है या एक कपड़े के पंख के नीचे निलंबित कोकून जैसे ‘स्पीड बैग’ में लेट जाता है। पंख का आकार निलंबन रेखाओं द्वारा बनाए रखा जाता है, पंख के सामने हवा में प्रवेश करने वाले हवा का दबाव, और हवा के वायुगतिकीय बल बाहर की तरफ बहते हैं।
लेक सिल्स सेंट मोरित्ज़ पर प्रशिक्षक के साथ पैराग्लाइडिंग (लगभग 3000 मीटर)
इंजन का उपयोग न करने के बावजूद, पैराग्लाइडर उड़ानें कई घंटों तक चल सकती हैं और कई सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर सकती हैं। हालांकि एक से दो घंटे की उड़ानें और कुछ दसियों किलोमीटर की दूरी तय करना अधिक आदर्श है। लिफ्ट के स्रोतों के कुशल दोहन से पायलट ऊंचाई हासिल कर सकता है। अक्सर कुछ हजार मीटर की ऊंचाई तक चढ़ता है। की खासियत एरोप्लेन की तरह टेक ओवर और लैंडिंग होता है 50 मीटर जमीन पर भी इसकी लैंडिंग होता है।

बुधवार को गृहणी महिलाओं को भी प्रशिक्षण मिला सोनी कुमारी ने बताया कि मैं एक गृहणी महिला हूं ,खुली आकाश में उड़ने का अनुभव बहुत ही रोमांचक रहा । संतोष कुमार ने भी बताया कि इस तरह का अनुभव मेरी जिंदगी में पहली बार मिला। रेखा कुमारी दिल्ली की रहने वाली ने बताया कि इस तरह आकाश में उड़ना गृहणी महिलाओं के आकाश में उड़ना बेहद ही रोमांचक रहा । मौके पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले राजेश कुमार, विकास कुमार ,प्रियंका कुमारी , राजू कुमार मुकेश कुमार अजय कुमार, समीर राज ,आर्यन कुमार सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।

Join us on:

Leave a Comment