रिपोर्ट- अमित कुमार
पटना। वक्फ बिल को लेकर जदयू में मचे सियासी घमासान के बीच रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अचानक जदयू सांसद और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के आवास पर पहुंचना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार दोपहर अपने सरकारी आवास से निकलकर सीधे ललन सिंह के निजी आवास पर पहुंचे। वहां दोनों नेताओं के बीच लगभग 15 मिनट तक बंद कमरे में मुलाकात हुई।
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर जदयू के भीतर ही मतभेद की खबरें सुर्खियों में हैं। सूत्रों का कहना है कि यह मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी बिहार दौरे को लेकर तैयारियों और फीडबैक लेने के उद्देश्य से भी हो सकती है, लेकिन इस मुलाकात के समय और राजनीतिक पृष्ठभूमि को देखते हुए इसके राजनीतिक निहितार्थ भी तलाशे जा रहे हैं।
गौरतलब है कि हाल के महीनों में नीतीश कुमार और ललन सिंह के बीच सार्वजनिक तौर पर मुलाकातें कम हुई हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री का ललन सिंह के आवास पर जाना यह संकेत दे रहा है कि पार्टी के अंदर किसी अहम मुद्दे पर राय-मशविरा जरूरी हो गया था।
इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की, लेकिन जदयू सूत्रों का कहना है कि पार्टी के भीतर संवाद लगातार जारी है और प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर समन्वय पर चर्चा भी आवश्यक थी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जदयू में मौजूदा असहमति को देखते हुए यह मुलाकात संगठनात्मक एकजुटता बनाए रखने की कोशिश भी हो सकती है।