हमसे तारीफ़ की उम्मीद क्यों?” शकील अहमद खान का सत्ता पक्ष पर  हमला!

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रिपोर्ट- अमित कुमार!

कांग्रेस विधायक दल के नेता ने बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को बताया विफल, 23-24 अप्रैल को विपक्षी बैठकों की दी जानकारी

पटना: कांग्रेस विधायक दल के नेता और वरिष्ठ नेता शकील अहमद खान ने आज पटना में पत्रकारों से बातचीत में एनडीए गठबंधन, बीजेपी और जेडीयू पर तीखा हमला बोला। उन्होंने जेडीयू सांसद राजीव रंजन सिंह द्वारा खड़गे के दौरे को महत्वहीन बताने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“सत्ता पक्ष से क्या उम्मीद करें कि वे हमें फूल-माला पहनाएंगे? हम तो भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, पलायन जैसे मुद्दों पर सड़कों पर उतरे हैं, लोगों से संवाद कर रहे हैं। ऐसे में सत्ता पक्ष की आलोचना स्वाभाविक है।”

शकील अहमद खान ने कहा कि बिहार की बिगड़ती स्थिति के लिए बीजेपी जिम्मेदार है, जिसने नीतीश कुमार के साथ “धोखा” किया।
उन्होंने कहा —
“बीजेपी ने जो नीतीश जी के साथ किया है, वो सबके सामने है। ऐसे में हमसे तारीफ़ की उम्मीद नहीं की जा सकती।”

महत्वपूर्ण बिंदु:

23 अप्रैल को तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की अहम बैठक होगी।

24 अप्रैल को सदाकत आश्रम में विपक्षी दलों की वृहद बैठक होगी जिसमें आगामी रणनीति बनाई जाएगी।

बैठक में प्रधानमंत्री के बिहार दौरे को लेकर सवाल उठाए जाएंगे — वे “लोकनुभवन” के उद्घाटन के लिए आ रहे हैं या बिहार को किए गए वादों का हिसाब देने?

बीजेपी पर हमला:

शकील अहमद ने बीजेपी को “विचारहीन और प्रपंच फैलाने वाली पार्टी” बताया।
उन्होंने कहा —
“गांधी जी की हत्या जिनके लोगों ने की, वो लोग आज नैतिकता की बात करते हैं। सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं को भी अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं।”

चिराग पासवान और आरक्षण मुद्दा:

चिराग पासवान के आरक्षण संबंधी बयान पर उन्होंने कहा:
“अगर हिम्मत है तो बताएं — अडानी-अंबानी की कंपनियों, प्राइवेट स्कूलों और नौकरियों में दलितों को आरक्षण क्यों नहीं है?”
उन्होंने मांग की कि इन क्षेत्रों में 22% दलित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाए।

मनोज झा और सीएम फेस पर प्रतिक्रिया:

राजद सांसद मनोज झा के बयान को दोहराते हुए उन्होंने कहा:
“हमारा फोकस मुख्यमंत्री के चेहरे से ज्यादा मुद्दों पर है। तेजस्वी यादव को गठबंधन का नेता चुना जा चुका है — बाकी निर्णय समय के साथ होंगे।”

नीतीश कुमार और जेडीयू पर टिप्पणी:

उन्होंने कहा —
“नीतीश कुमार जी हमारे सम्मानित नेता रहे हैं, लेकिन बीजेपी के साथ जाकर उन्होंने अपनी विश्वसनीयता खो दी। जेडीयू अब बीजेपी के आगे झुकती जा रही है। जिस दिन बीजेपी को फायदा नहीं दिखेगा, वह उन्हें भी छोड़ देगी।”

निष्कर्ष:

शकील अहमद खान के इस बयान से साफ है कि कांग्रेस और महागठबंधन बीजेपी-जेडीयू पर सीधा हमला बोलने की रणनीति पर काम कर रहा है।
आगामी बैठकें इस राजनीतिक घमासान को और तेज कर सकती हैं।

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