रिपोर्ट- निभाष मोदी
भागलपुर शहर के वृंदावन मैरिज हॉल में बदलो बिहार, नई सरकार नागरिक अभियान के तहत एक अहम संगोष्ठी का आयोजन किया गया यह कार्यक्रम बिहार में बदलाव की जनभावना को स्वर देने और जनभागीदारी को मजबूत करने की दिशा में एक ठोस पहल मानी जा रही है संगोष्ठी में सामाजिक, राजनीतिक और वैचारिक मोर्चे पर सक्रिय कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे महात्मा गांधी के प्रपौत्र और प्रसिद्ध सामाजिक विचारक तुषार गांधी उन्होंने अपने वक्तव्य में बिहार की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि आज़ादी के 75 वर्षों बाद भी अगर आम आदमी न्याय, शिक्षा, रोज़गार और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत ज़रूरतों के लिए संघर्ष कर रहा है, तो यह व्यवस्था की विफलता है उन्होंने गांधीवादी मूल्यों पर लौटने और सामाजिक न्याय आधारित राजनीति की आवश्यकता पर ज़ोर दिया कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ताओं के रूप में डॉ. सुनील, पूर्व विधायक एवं एमपी, विजय प्रताप, समाजवादी चिंतक, गुड्डी शाह युसूफ मेहर अली सेंटर, दिल्ली, तथा कुमार चंद्र माली, सामाजिक कार्यकर्ता, झारखंड, ने भाग लिया सभी वक्ताओं ने नागरिक चेतना, राजनीतिक जागरूकता और वैकल्पिक नेतृत्व की जरूरत पर बल दिया कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध गांधीवादी चिंतक अमरनाथ भाई ने की उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्य में सामाजिक आंदोलन की ऐतिहासिक विरासत रही है और आज भी जन आंदोलनों के ज़रिये ही बदलाव संभव है इस महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन कई संगठनों के संयुक्त प्रयास से किया गया, जिनमें प्रमुख थे गंगा मुक्ति आंदोलन, सीएफडी, राज सेवा दल, लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान, भारत जोड़ो अभियान, सर्वोदय मंडल, संघर्ष वाहिनी समिति, जल समिति और एकता रहें कार्यक्रम में भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, विद्यार्थी, बुद्धिजीवी और आम नागरिक शामिल हुए संगोष्ठी का उद्देश्य बिहार में वैकल्पिक राजनीति और जन सरोकार आधारित शासन की नींव तैयार करना था इस अवसर पर वक्ताओं ने एक स्वर में यह भी कहा कि अब समय आ गया है कि जनता केवल वोटर नहीं, बल्कि बदलाव की निर्णायक शक्ति बने यह आयोजन जन जागरूकता की दिशा में एक सार्थक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है
बाइट — तुषार गांधी नई सरकार नागरिक अभियान का आयोजन